एक घर की बेल बजती है ,कोई तुरंत ही दरवाजा नहीं खोलता तो वो जोर जोर से दरवाजा बजा रहे होते है । तभी एक लेडी अंदर से कहते हुए आती है अरे आ रहे है कौन है जिसे इतनी जल्दी है , और वो जाकर दरवाजा ओपन करती है सामने कुछ लोग खडे हुए थे । उन्हें देखकर वो कहती है आप सब कौन ?? तो एक लडकी उनसे कहती है आपका बेटा है घर पे तो वो लेडी कहती है , हां है आप सब उसके दोस्त है तो वो लडकी कहती है बुलाए उसे तो वो लेडी उन सबको अंदर आने के लिए कहकर अपने बेटे को बुलाने के लिए जाती है ।
वो सब अंदर आते है वो 7 लोग थे जिन में कुछ लडकिया तो कुछ लडके थे थोडी देर के बाद उन लेडी का बेटा आता है जो उन सबको वहां देखकर अपने घर से बाहर की तरफ भागने की कोशिश करता है , तभी एक लडका उसे पकड लेता है और कहता है इतनी भी क्या जल्दी है हम तुम्हारे घर आए है और तुम जा रहे हो , तो वो लडका कहता है भाई छोड दो यार गलती हो गई ये घर है मेरा घर में सब लोग है हम सबका जो भी है वो घर से बाहर है यहां तमाशा मत करो ।
तो एक लडकी गंभीर आवाज में कहती है तू हमारे घर तक आया न पहले तो तुझे कैसे छोड़े और ऐसे कहते हुए वो उस लडके को जोर से एक थप्पड मारती है जिसके बाद वो लडका वही जमीन पे गिर जाता है। बाहर हो रही शोर की आवाज सुनकर वो लेडी बाहर की तरफ भागते हुए आती है । अपने बेटे को इस तरह से जमीन पे गिरा हुआ देखकर वो उन लोगों से कहती है “ ये सब क्या हो रहा है ” तुम लोग मेरे बेटे को क्यों ? मार रहे हो तभी एक लडकी उन्हें कुछ बाते बता रही होती है । तो वही जिसने उस लडके को थप्पड मारा था उसे वो लडका कहता है अहाना मत मारो यार अगले बार ऐसा कुछ नहीं होगा लेकिन वो लडकी यानी के अहाना उसकी कोई भी बात न सुनकर उसे मार रही होती है । अहाना उसे मारते हुए बाहर की तरफ लाती है क्योंकि वो उसकी मां के सामने कोई तमाशा नहीं करना चाहती थी , अहाना कस के अपनी मुट्ठी बंद करती है और उस लडके को मारने ही वाली थी कि तभी कोई उसका हाथ पकड लेता है अहाना अपने हाथ की तरफ देखकर जब सामने की तरफ देखती है तो उसके हाथ की पकड ढीली हो जाती है । अहाना की आंखों में अब तक जो गुस्सा साफ साफ नजर आ रहा था वहीं उसकी आंखे नम दिखने लगती है । लेकिन अहाना को देखकर उस लडकी की आंखों में इतना गुस्सा था मान लो वो अहाना को उसकी नजरों से ही मार देगी ।
अहाना के उस हाथ को झटका देते हुए वो लडकी कहती है ‘अपनी गुंडा गर्दी कही और जाकर करो ये मेरा घर है तुम्हारा कोई अड्डा नहीं ’ उसकी आवाज में बेहत गुस्सा था । जैसे ही वो लडकी ये कहती है एक अहाना के दोस्त उसे कुछ कहने ही वाले थे कि तभी अहाना कहती है चलो यहां से अहाना की ये बात सुनकर उसके सारे दोस्त उसकी तरफ देखते है अहाना उन सबको बिना देखे वहां से चली जाती है समीर जो कि अहाना के ही ग्रुप से था वो उस लडके से कहता है “ आगे से तूने ऐसी हरकत की तो तू जिंदा नहीं बचेगा ” इतना कहकर अहाना के दोस्त उसके पीछे पीछे उसके दोस्त भी चले जाते है ।
जिस लडके को अहाना ने मारा था वो वहां उठकर अपनी मां के साथ अंदर चला जाता है ।
सुहानी जिसने अहाना को वहां से जाने के लिए कहा वो एक बार पीछे की तरफ देखती है और खुद से ही कहती है ,
“ इतने साल हो गए और तुम आज तक नहीं बदली ”
अब आगे इनकी कहानी में क्या होता है ये तो हम आगे ही देखते है क्यों आई थी अहाना सुहानी के घर और क्यों कहा सुहानी ने ऐसा ये सब हम आगे जानेंगे ही …